नई दिल्ली. बच्चा देने के बाद 2 से 6 घंटे या ज्यादा से ज्यादा 12 घंटे के अंदर पशु की जेर गिर जाना चाहिए. अगर पशु की जेर इतना समय बीतने के बाद भी न गिरे तो पशु चिकित्सक की सलाह ली जाती है और उनकी सलाह पर दवा खिलाने या पिलाने से जेर बाहर आ जाती है. एनिमल एक्सपर्ट का कहना है कि पशुओं की जेर समय से गिराना बेहद जरूरी होता है. अगर ऐसा न हो तो उन्हें कई तरह की दिक्कतें हो सकती हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक पशु को बुखार आ जाता है और वो खाना पीना छोड़ देते हैं. यूट्रेस में संक्रमण का खतरा भी रहता है.
एक्सपर्ट कहते हैं कि जेर न गिरने से पशु के दूध उत्पादन में भी कमी आती है. साथ ही पशु बार-बार गर्भाधान करने के बावजूद गर्भित नहीं होता है. वैसे तो पशु के जेर गिरने के कई तरीके हैं. जिसकी मदद से आसानी के साथ पशु की जेर गिर जाती है लेकिन हम यहां पर आपको दो आसान तरीका बताने जा रहे हैं. जिसकी मदद से पशु जेर गिरा देते हैं. तो आईए जानते हैं क्या हैं वो दोनों तरीके, जिसकी मदद से पशु आसानी से साथ जेर गिरा देते हैं.
इस काढ़े से गिर जाएगी पशु की जेर
पहला घरेलू उपाय बनाने का तरीका यह है कि इसके लिए आप एक से 2 लीटर पानी ले लें और इसके अंदर ढाई सौ ग्राम गुड़ को मिला लें. उसमें 50 से 100 ग्राम अजवाइन को कूट लें और उसका पाउडर इसमें डाल दे. वहीं इसमें 25 ग्राम जीरा, 25 ग्राम हल्दी, 25 ग्राम सोंठ को भी अच्छे से कूटकर पाउडर बनाकर डाल दें. इन सब चीजों को अच्छे से पका लें, जब काढ़ा बन जाए तो इसके बाद पशु को बच्चा देने के तुरंत बाद ही पिला दें. इस काढ़े को सुबह और शाम में पशु को देना है. इससे पशु आसानी के साथ जेर गिरा देगा.
एक डोज से गिर जाएगी पशु की जेर
बात की जाए दूसरे तरीके की तो ये भी बेहद ही आसान और बहुत ही कारगर है. इसके लिए आपको दूध की जरूरत पड़ेगी. ध्यान दें कि अगर आपको भैंस की जेर गिरानी है तो 1 लीटर गाय का दूध ले लें. जबकि गाय की जेर गिरानी है तो 1 लीटर भैंस का दूध ले लें. फिर दूध को अच्छी तरह से उबालें. जब यह पूरी तरह से उबल जाए तो इसके अंदर 25 ग्राम सौंफ डाल दें. फिर इसको उबलने दें. उबलने के बाद जब दूध ठंडा हो जाए तो इसे पशु को पिला दें. एनिमल एक्सपर्ट कहते हैं कि मात्र एक डोज से ही पशु जेर गिरा देगा.
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