नई दिल्ली. भैंस हो या फिर गाय जब वह बच्चा दे चुकी होती है तो उसके बाद एक बड़ी समस्या का सामना उसे करना पड़ता है. इसके बाद उनकी योनि है या बच्चेदानी शरीर से बाहर निकल जाती है और लटकने लगती है. अलग-अलग जगह पर इसे फूल दिखाना, शरीर निकलना आदि कहा जाता है. यह समस्या गर्भकाल के आखिरी महीने से लेकर बच्चा देने के 1 महीने बाद तक हो सकती है. एक्सपर्ट कहते हैं कि ये समस्या भैंस या गाय में कैल्शियम की कमी के कारण होती है.
कैल्शियम की हो जाती है कमी
एक्सपर्ट कहते हैं कि पशु जो भी चारा या फिर दाना खाता है, उसमें कैल्शियम की मात्रा ना के बराबर होती है लेकिन शरीर की जरूरत इससे कहीं ज्यादा की होती है. भैंस के 1 लीटर दूध में 2 ग्राम और गाय के 1 लीटर दूध में सवा ग्राम कैल्शियम होता है, जो दूध के जरिए शरीर से बाहर निकल जाता है. इसे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जो भैंस 15 किलो दे रही है, उसके शरीर से कितना कैल्शियम निकल जाता है. इसके अलावा बच्चों की हड्डियां बनाने के लिए भी मां की हड्डियों से ही निकल कर जाता है. कैल्शियम की कमी होने के कारण ही पशुओं का शरीर ढीला हो जाता है और इसका असर बच्चेदानी पर पड़ता है जो शरीर से बाहर आ जाती है.
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क्योंकि इस समस्या से निपटने के लिए हर दिन 70 से 100 ग्राम अच्छी मात्रा में खनिज मिश्रण खिलाना चाहिए. ध्यान ये भी देना चाहिए कि वह अच्छी क्वालिटी का भी होना चाहिए. भैंस को साफ सूखी जगह पर मारना चाहिए. ताकि बाहर आए शरीर पर किसी तरह की मिट्टी कचरा आदि ना चिपके. भैंस को ऐसी जगह पर बांधना चाहिए जो अगले पैरों से नीची हो और पिछली पैरों से ऊंची हो. भैंस को हरा चारा खिलाना चाहिए और दाने की मात्रा भी बढ़ा देना चाहिए. ताकि उसका पेट भरा रहे. उसे सूखा चारा, कड़वी और परली आदि नहीं खिलाना चाहिए. इससे समस्या और बढ़ सकती है. बाहर निकले शरीर को साफ और ठंडे पानी से धो देना चाहिए.
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